झारखंड में पांच माह बाद जेल से छूटे हेमंत सोरेन तीसरी बार बने मुख्यमंत्री

Jul 04, 2024

खरी खरी संवाददाता

रांची, 4 जुलाई। विधानसभा चुनाव के मुहाने पर खड़े झारखंड में एक बार फिर सोरेन सरकार बन गई है। करीब पांच महीने बाद जेल से बाहर आए पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार की शाम तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल सीवी राधाकृष्णन ने राजभवन में आय़ोजित समारोह में सोरेन को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। झारखंड में झामुमो की कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार है। सोरेन के पांच महीने जेल में रहने के दौरान सीएम की कुर्सी संभालने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने बुधवार की शाम इस्तीफा देकर सीएम की कुर्सी हेमंत के लिए खाली कर दी थी।

झारखंड के मुख्यमंत्री रहते हुए हेमंत सोरेन को इसी साल 31 जनवरी को ईडी ने जमीन घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले में गिरफ्तार किया था। जेल जाने के पहले सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। सोरेन के उत्तराधिकारी के रूप में उनकी पत्नी सहित कई नाम चर्चा में आए लेकिन पार्टी के विधायकों ने वरिष्ठ नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक शिबू सोरेन के सहयोगी रहे चंपई सोरेन को नेता चुना और वे मुख्यमंत्री बन गए। हेमंत सोरेन करीब पांच महीने बाद 28 जून को कोर्ट से जमानत मिलने पर पर जेल से रिहा हुए। उसके बाद तेजी से बदले घटनाक्रम में सीएम चंपई सोरेन ने अपने पद से बुधवार को इस्तीफा दे दिया। पार्टी के विधायक दल ने चंपई के स्थान पर हेमंत सोरेन को फिर से अपना नेता चुन लिया। राज्यपाल ने चंपई का इस्तीफा मंजूर करते हुए नए नेता हेमंत सोरेन को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। गुरुवार की शाम राजभवन में आय़ोजित समारोह में हेमंत को मुख्यमंत्री के रूप में राज्यपाल ने शपथ दिलाई। अभी सीएम ने अकेले शपथ ली है, कैबिनेट का विस्तार बहुत जल्द किया जाएगा।

झारखंड विधानसभा का कार्यकाल जनवरी 2025 तक है। पिछली बार विधानसभा चुनाव दिसंबर 2019 में हुए थे। विश्लेषकों का मानना है कि इस बार भी चुनाव दिसंबर में कराए जा सकते हैं। अब सरकार के पास वक्त बहुत कम बचा है। इसलिए पार्टी ने हेमंत को सत्ता की कमान फिर से सौंपने की रणनीति बनाई ताकि चुनाव की तैयारी बेहतर ढंग से हो सके। तीसरी बार शपथ लेने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि 2019 से ही वर्तमान महागठबंधन सरकार ने झारखंड की जनता के हित को देखते हुए ही सभी काम किए हैं। राजनीतिक उतार-चढ़ाव के दौरान चंपई सोरेन ने उन्हीं पहलों को आगे बढ़ाया। विधायक दल की बैठक में चंपई सोरेन ने ही विधायक दल के नेता और राज्य के अगले मुख्यमंत्री के रूप में हेमंत सोरेन के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। बैठक मे तय हुआ कि चंपई सोरेन समन्वय समिति के चेयरमैन होंगे।